ज्योतिशी सम्बन्धी खोज तथा लेखहरु

शनि महामृत्युंजय

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् 

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृता ।।